च्यवन एक ऋषि थे जिन्हें विशेष रूप से बनाई गई हर्बल तैयारी द्वारा कायाकल्प करने के लिए जाना जाता था और प्राशा का अर्थ है उपभोग के लिए उपयुक्त खाद्य पदार्थ। इसलिए, इस पॉलीहर्बल तैयारी को च्यवनप्राश कहा जाता है।च्यवनप्राश एक रसायन (कायाकल्प करने वाला) है, जिसका अर्थ है कि यह रस धातु का पोषण करता है।च्यवनप्राश सूत्र का वर्णन प्राचीन आयुर्वेदिक ग्रंथों, अर्थात् अष्टांग हृदयम, चरक संहिता और संगंधरा संहिता में किया गया है। क्या च्यवनप्राश इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करता है? आयुर्वेद एक ऐसा विज्ञान है जिसका लक्ष्य उपचारात्मक और निवारक चिकित्सा देखभाल दोनों है और इस प्रकार…